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12 महीनें में नहीं सुधार पाए अंकसूची की त्रुटि

12 महीनें पहले त्रुटि  सुधार के लिए अंकसूची डॉ रितेश साहू ने आयुष विश्वविद्यालय को सौंपा था विश्वविद्यालय प्रशासन ने आदतन तरिके से रितेश साहू के सुधार के लिए जमा किये अंकसूची को गुमा दिया है और पूर्व से परेशान रितेश को बहाने बता कर विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने पर मजबूर कर रखा है ,  सोचने वाली बात यह है कि आयुष विश्वविद्यालय प्रशासन ना तो कभी अपनी गलती मानने को तैयार होती है ना ही आदतों से बाज आकर छात्रहित के लिए कभी सोचती है , विश्वविद्यालय प्रशासन के लापरवाही
के कारणों से आज रितेश और शाहिन कुरैशी जैसे पात्र छात्र भी आज तक अपने रोजगार से दूर हैं ।

यदि आप भी आयुष विश्वविद्यालय के अनियमितताओं और आदत के शिकार है और परेशान है तो आयुष विश्वविद्यालय छात्रसंघ को शिकायत करे
वेबसाइट - www.ausucg.com
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विश्वविद्यालय को डर था कि अगर उत्तर पुस्तिकाओं की छायाप्रति छात्रों की दे दी गयी तो इनकी पोल खुल जाएगी - आज कानून का डंडा भी इनके उपर चल गया

भगवान के घर देर है अंधेर नहीं । आयुष विश्विद्यालय छात्रसंघ और अ.भा.वि.प. पिछले करीब दो सालों से लगातार विश्विद्यालय से ये मांग कर रहा है कि सभी छात्रों को उनके अनुरोध पे RTI के तहत उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की छायाप्रति प्रदान करे , इसके लिए कई आंदोलन भी किये गए लेकिन लगातार विश्विद्यालय इस से इंकार करते रहा क्योकि विश्वविद्यालय को डर था कि अगर उत्तर पुस्तिकाओं की छायाप्रति छात्रों की दे दी गयी तो इनकी पोल खुल जाएगी । आज कानून का डंडा भी इनके उपर चल गया । माननीय न्यायालय का एम डी  एस के छात्रों के सन्दर्भ में उत्तर पुस्तिकाओं की छायाप्रति प्रदान करने का निर्देश देना आज आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति एवं पूरे विश्वविद्यालय के उपर करारा तमाचा है । छात्रसंघ एवं अ.भा.वि.प. माननीय न्यायालय के इस ऐतिहासिक फैसले है स्वागत करती है ।अभी भी वक्त है कुलपति जी संभल जाइए और अपनी तानाशाही नीतियों से छात्रों का शोषण करना बंद कीजिये । विश्विद्यालय छात्रसंघ और अ.भा.वि.प. आपसे मांग करती है कि छात्रहित को ध्यान में रखते हुए सभी संकायों के छात्रों को उनके अनुरोध पे उत्तर पुस्तिकाओं की अभिप्रमाणित छायाप्रति उप

आयुष विश्वविद्यालय में ये कहावत हो गई सच 'आप लिखे खुदा बांचे' वार्षिक परीक्षा में बंटे हस्त लिखित पेपर..

आयुष विश्वविद्यालय में ये कहावत हो गई सच 'आप लिखे खुदा बांचे' वार्षिक परीक्षा में बंटे हस्त लिखित पेपर.. Published: by Supers Administrator रायपुर : अभी हाल ही में 12वी परीक्षा पेपर लीक का मामला थमा नहीं की उससे मिलता जुलता मामला रायपुर के आयुष विश्वविद्यालय में देखने को मिला जिसमें  3rd सेमेस्टर बीएएमएस  के छात्रों को हस्त लिखित पेपर बांट दिया गया और हैरान कर देने वाली बात यह है की यह कोई आन्तरिक परीक्षा नहीं बल्कि वार्षिक परीक्षा थी जिसमें विश्वविद्यालय दवारा यह कार्य किया गया. हस्त लिखित पेपर की वजह से छात्र पूरे 3 घंटे परेशान हुए लेकिन विश्वविद्यालय दवारा कोई कार्यवाही नहीं की गई. इस विषय पर INH न्यूज़ संवाददाता ने कुलपति से प्रश्न किया जिसके जवाब में भडके कुलपति ने यह कह दिया हम जवाब देने के लिए बाध्य नहीं है ये पूरा मामला राजधानी के आयुष विवि का है..दरसअल अभी प्रदेश के विभिन्न आयुर्वेदिक कॉलेजो में छात्रों के वार्षिक परीक्षाए चल रही है..इसी कड़ी में बीएएमएस के 3rd सेमेस्टर के छात्रों को उस वक्त परेशानियों का सामना करना पड़ा जब उन्हें रोग निदान विषय का पर्चा हाथों से लिखा

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